
मुंबई के होटल ताज़ के तंज पर 80 लाख की लागत से बनी माँ दुर्गा के पूजा पंडाल का हुआ उद्घाटन
आसनसोल, पश्चिम बंगाल आसनसोल के धेमोमेन स्थित फुटबॉल मैदान मे हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी दुर्गोत्सव के अवसर पर माँ दुर्गा का भव्य पूजा पंडाल बना है, जिस पूजा पंडाल का उद्घाटन इसीएल हेडक्वाटर के डिटी,ओपी सह पिएनपी अधिकारी नीलाद्रि राय व इसीएल सोदपुर एरिया के जेनरल मैनेजर अभिजीत गंगोपाध्याय ने फीता काटकर किया, पूजा पंडाल के इस उद्घाटन समारोह मे आसनसोल नगर निगम वार्ड संख्या 58 के तृणमूल पार्षद संजय नोनिया व पूर्व पार्षद रोहित नोनिया, धेमोमेन पूजा कमिटी के अध्यक्ष आरएन तिवारी, सेकेट्री सुयोग मुखर्जी, बिनोद साव, सुजीत सिंह, अनिल सिंह, भीम नोनिया, बिनोद सिंह, अमरनाथ शर्मा, रणधीर मोची, बिनोद गिरी, मनोज नोनिया व नोनिया समाज के प्रतिनिधि धर्मवीर नोनिया सहित कई गणमान्य व्यक्ति मुख्य रूप से उपस्थित थे, तृणमूल पार्षद संजय नोनिया ने बताया की इस वर्ष माँ दुर्गा का यह पूजा पंडाल मुंबई के होटल ताज़ के तंज पर बनाया गया है, जिस पूजा पंडाल को बनाने के लिये नदिया जिले के कृष्णानग़र के रहने वाले अनुभवी कारीगरों ने करीब तीन महीने की कड़ी मेहनत कर माँ दुर्गा की इस भव्य पूजा पंडाल को कुछ इस कदर हु बहु तैयार किया है, मानो मुंबई के होटल ताज़ को किसी ने मुंबई से उठाकर पश्चिम बंगाल के आसनसोल मे रख दिया हो, इसके अलावा पंडाल मे लगे विभिन्न प्रकार की लाइटें जो पंडाल को चार चाँद लगा रही हैं, पंडाल मे लगी इन लाईटों को चंदन नगर के कारीगरों ने लगाया है, जो इस भव्य पूजा पंडाल की खूबसूरती और भी बढ़ा रहा है, वहीं इस पूजा पंडाल मे विराजमान माँ भगवती का दर्शन करने आने वाले हजारों हजार की संख्या मे श्रद्धालु माँ की पूजा और अराधना कर इस पूजा पंडाल की तारीफें करते नही थक रहे, वहीं तृणमूल के पूर्व पार्षद रोहित नोनिया ने बताया की इससे पहले
दुबई मे स्थित बुर्ज खलीफा के तंज पर भव्य पूजा पंडाल बनाया गया था, जिस पंडाल ने पश्चिम बंगाल ही नही बल्कि पश्चिम बंगाल से सटे बिहार और झारखंड राज्य के रहने वाले श्रद्धालुओं का ध्यान अपनी ओर तो खिंचाने का काम किया, उन्होने कहा की इस वर्ष धेमोमेन इलाके मे आयोजित हुआ यह दुर्गापूजा पंडाल 53 वाँ वर्ष पूरा कर चूका है, उन्होने कहा धेमोमेन कोलियरी दुर्गापूजा कमिटी हमेशा से यह चाहती रही है की वह हर वर्ष देश ही नही बल्कि पुरे विश्व के धरोहरों की आकृति अपने पूजा पंडाल मे उतार कर लोगों को दीदार करवाए