
कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस के भाषा आंदोलन के प्रतीक मंच को तोड़े जाने को लेकर रानीगंज मे विरोध पथसभा का किया गया आयोजन
सत्यनारायण सिंह: रानीगंज:- कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस के भाषा आंदोलन के प्रतीक मंच को तोड़े जाने की घटना ने रानीगंज में भी राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। इस घटना के खिलाफ रानीगंज टाउन तृणमूल कांग्रेस की ओर से रानीगंज के एतवारी मोड़ पर एक विरोध पथसभा का आयोजन किया गया। यह विरोध पथसभा रानीगंज टाउन तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष रुपेश यादव के नेतृत्व हुआ. जहां बड़ी संख्या मे स्थानीय तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्त्ता और समर्थक शामिल हुए।
तृणमूल कांग्रेस नेताओं ने इस घटना को लोकतांत्रिक अधिकार और भाषा अस्मिता पर सीधा हमला करार दिया। पथसभा में रानीगंज शहर तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष रुपेश यादव, रानीगंज बोरो चेयरमैन मुज्जमिल साहज़ादा, वार्ड पार्षद अख्तरी खातून सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और कार्यकर्ता शामिल हुए।
अपने संबोधन में अध्यक्ष रुपेश यादव ने कहा कि भाषा आंदोलन का मंच केवल एक संरचना नहीं, बल्कि बंगाल की अस्मिता, त्याग और गौरव का प्रतीक है। इसका टूटना केवल एक भौतिक नुकसान नहीं बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक अस्मिता पर गहरी चोट है। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस मुद्दे पर किसी भी तरह की चुप्पी स्वीकार्य नहीं होगी और पथसभा के माध्यम से केंद्रीय सरकार व प्रशासन का ध्यान इस गंभीर घटना की ओर खींचा जाएगा। सभा में वक्ताओं ने मंच तोड़े जाने की घटना की कड़ी निंदा करते हुए इसे बंगाल की अस्मिता के साथ खिलवाड़ बताया और चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।

